जय जोहार संगी हो ,आज हमन आप मन के मनोरंजन खातिर छत्तीसगढ़ी म जोक्स लेके आये हवन। हिंदी भाषा म आपमन बहुत जोक सुने हो हौ ,फेर अपन भाखा ह अपन भाखा होते। छत्तीसगढ़ म जोक सुनाय और सुने के मजा अलगे हे |
हमन आप मनबर बहुत हसी -गुदगुदी वाले जोक्स बनाय रहेन जेमा संगीमन के बहुत बढ़िया-बढ़िया कमेंट आवय ,काबर के उमन ल जोक बहुत पसंद आत रहिस ,फेर कोई तकनीकी समस्या होय के कारण ओ पोस्ट ल डिलीट करे ल पर गे।
अब हमन एक बार फेर आपमन बर छत्तीसगढ़ी म जोक्स लिखे के प्रयास करे हन ,भरोसा हे ,इहु दरी आपमन ल पसंद आहि। आपमन से एक बात कहना हे अतका मेहनत करके जोक्स लिखे हवन पूरा जरूर पढ़हू।
छत्तीसगढ़ी जोक्स के अलावा हमर वेबसाइट www.hamargaon.com (हमरगॉव ) म छत्तीसगढ़ी कविता ,कहानी ,जनउला ,लोक गीत ,लोकनृत्य के छत्तीसगढ़ सरकार के योजना मन के लाभ घर बइठे कइसे ले सकतहन तेखर जानकारी पढ़े बर मिलही।
छत्तीसगढ़ी जोक्स
1. समारू (होत बिहनिहा बाधारु ले ) – मोर सपना कब पूरा हो ही बुधारू ?
बुधारू -रातभर म तोर सपना पूरा नहीं होइस रे ?
समारू -अरे ,ओ सपना नहीं बे….. मोर भइसी जनम ही त ओखर पड़रू ल चराय के…..
बुधारू -हत बे अलकरहा 😃😃😃😃😃
2. समारू अउ बुधारू जंगल घूमे ल गए रथे , समारू के आघू म अचानक बाघ आ जथे ।
समारू -बाप……बाप……बाप…….।
बुधारू -ए जंगल म तोर बाप कहाँ ले आगे रे?
समारू -बाप……बाप……बाप……भाग भाग..।
बुधारू- ए का बाप….बाप….. बोलथस रे ?
समारू -बाघ…बाघ…..बोलत हौं भाई ,डर के मारे मुँह ले बाप….बाप…..निकलत हे 😄😄😄😄😄
3. (समारू अचानकमार्ग के जंगल म बाघ के गुर्राई ल सुन के बुधारू ले )
समारू -बुधारू कार ल जल्दी चालु कर बाघ गुर्रावत हे…….
बुधारू -अरे हवा निकल गे…..
समारू-अरे मोरो हवा निकल गे..तैं कार ल जल्दी चालु कर
बुधारू -अरे मैं तो कार के हवा के बात करत हौं 😄😄😄😄😄😄
4.गुरु जी -बुधारू ,बता महात्मा गाँधी के जन्म कब होय रहिस बेटा ?
बुधारू -गुरु जी ,1879 म महात्मा गांधी के जनम होय रहिस।
गुरु जी -शाबाश बेटा …..
गुरु जी – अब बता बेटा….गाँधी जी के जनम के चार साल बाद का होइस रे ?
बुधारू -तहूँ न गुरु जी ,कइसे अड़हा कस पूछथस ,गाँधी जी चार साल के नई होइस हो ही 😄😄😄😄😄
5. गुरु जी -समारू बता… राम के बाण ल कोन टोरिस ?
समारू -मैं नई टोरे हौं गुरु जी?
गुरु जी -अरे ,मैं भगवान राम के बात करत हौं।
समारू -महुँ तो कहत हौं गुरु जी ,मैं नई टोरे हौं।
गुरु जी -(झल्ला के ) कल तोर बाप ल पूछ के आबे।
समारू -गुरु जी ,मोर बाप ह तको आज तक कोखरो बाण नई टोरे हे ,हमन ल दोस मत दे….. हाँ 😄😄😄😄😄
6. समारू -तोला देखे के बहाना म ,रोज जाथौं तुंहर पारा।
चाहे मोला बइहा समझ ले ,चाहे समझ ले अवारा।।
बुधारिन -(गुस्सा के )एमा ,समझे वाले का बात हे ,अवारा तो हवस…….
समारू – मैं तो मजाक करत रहेव पगली😄😄😄😄😄😄
7.समारू – लकर-धकर कहाँ जात हस ,मोर कस मयारू तोला खोजे म नई मिलय।
बुधारिन -बामी नहीं टेंगना ,यही हमर रेंगना।
काड़ी नहीं मूसर ,तैं नहीं त कोई और दूसर।।
समारू -बेहोस…….😄😄😄😄😄😄😄
8. समारू अपन ददा के शादी के वीडियो देखत-देखत ……
समारू -बाबू,,,,,,,बाबू ,,,,,,मोरो शादी म नचनिया लाबे न ,अपन शादी कइसे लाय रहे ,देख तो मस्त नाचत हें।
समारू के ददा -हराम खोर ,ए मन नचनिया नोहय ,तोर फुफु ये 😄😄😄😄😄😄
9. बुधारू -तोर मया के बोली खातिर सुख -दुःख मैं ह भुलागेंव ।
बिन पानी के मछरी बरोबर तड़प के मैं अधियागेंव ।।
बुधारू के मयारू -खा -खा के भइसा कस मोटावत हस ,अउ मोर मेर हुसियारी मारत हस 😄😄😄😄😄😄
10. समारू अउ ओखर बाई गन्ना जूस के दुकान म
समारू -दू गिलास जूस दे तो दूकान वाले भाई।
दूकान वाले -ले भाई जूस।
समारू -(जूस पिए के बाद ) ले भाई बीस रुपिया ।
दूकान वाले -ये पइसा नई चलय भाई ,किचकिचा गे हे दूसर दे दे ।
समारू -जब हम 20 साल से अपन किचकिचही बाई ल चलावत हन त तैं 20 रुपिया ल नई चला सकत हस।
समारू के बाई -घर चल फेर तोर मजा ल बताहूँ 😄😄😄😄😄
11. (समारू बुधारू ल )
समारू -मोर ददा जंगल गे रहिस हे भाई ,त बाघ आघू म आ गिस हे।
बुधारू -त का होइस रे ?
समारू -कुछ नहीं भाई ,जोर से आँखी ल बटेर के देखिस।
बुधारू -कोन ,बाघ ह रे?
समारू -नहीं बे ,मोर ददा ह।
बुधारू -फेर का होइस रे ?
समारू -फेर ,जोर से जमीन ल गोड़ म खुरेसिस।
बुधारू -कोन ,तोर ददा ह रे ?
समारू -नहीं बे ,बाघ ह।
बुधारू -फेर ,का होइस रे ?
समारू -फेर ,जोर से दौड़ाइस।
बुधारू -बाघ ह रे ?
समारू -नहीं बे ,मोर ददा ह।
बुधारू -त बाघ ह भाग गिस रे ?
समारू -नहीं बे ,खांईं म जोर से कूद दिस हे।
बुधारू -कोन ,बाघ ह रे ?
समारू -नहीं बे ,मोर ददा ह 😄😄😄😄😄
12.समारू -भाई बुधारू तुमन भउजी दुनों कभू झगड़ा नई होवव का ? रोज तुंहर घर ले हसीं के आवाज आथे।
बुधारू -ओइसे बात नो हय भाई ,मोर बाई तो झगड़ा होथन त चिमटा ,बेलना म फेक -फेक के मारथे।
समारू -त फेर हंसी के आवाज कइसे आथे ?
बुधारू -फेंक के मारथे ,पर जाथे त ओ हँसथे ,नई परय त मैं हँसथौं 😄😄😄😄😄
13.समारू – आज सपना म बुधारू भाई मोर मयारू ल फटफटी म बइठार के घुमाय ल लेगत रहेंव ,फेर ?
बुधारू -फेर का ?
समारू -फेर ,मोर सपना पूरा नई होइस हे।
बुधारू -कइसे भाई ?
समारू -नींद म ,फटफटी के किक मारे के चक्कर म खटिया के खुरा ल एक लात मार परे हौं ,खुरा टूट गिस हे अउ नींद खुल गिस 😄😄😄😄😄
14. समारू -बुधारू जादा भाव मत खा ?
बुधारू -नहीं भाई ,मैं तो कभू भाव नई खाय हौं ,कोन होटल म मिलथे चल न खाबो ?
समारू -हत रे ,हदराहा 😄😄😄😄😄😄
15. समारू -शादी के बहुत -बहुत बधाई हो भाई बुधारू ,देर से लाये फेर बुलट ही लाये।
बुधारू -धन्यवाद भाई ,तोर नूना ल लेके नई आय रहते।
समारू के बाई बेहोस…….😄😄😄😄😄
16. बुधारू -आँखी के तोर कजरा गोरी निंदिया ल मोर चुराथे ,माथा के तोर बिंदिया रे गोरी रही -रही मोला सताथे ओ।
बुधारू के मयारू -(सरमा के ) सहीं म ?
बुधारू -आँखी के तोर कजरा गोरी निंदिया ल मोर चुराथे ,माथा के तोर बिंदिया रे गोरी रही -रही मोला सताथे ओ। फेर कारी -कारी तोर लम्बा चुंदी के ,जुवां अड़बड़ मोला डराथे ओ 😄😄😄😄😄
17.(समारू इंटरव्यू म)
अधिकारी -यहां तक कैसे पहुंचे ?
समारू -सर ,घर ले बस स्टेण्ड तक साइकल म ,आय हौं ,फेर बस म बइठ के इहाँ तक आय हौं।
अधिकारी -मेरा मतलब ये था कि जानते हो लोगों को यहां तक पहुँचने में कितना समय लगता है ?
समारू -साहब , मोला तो दू घंटा लागिस हे ,बाकी मन के का पता।
अधिकारी -(मन में ) ये आदमी दिमाग खराब कर देगा इससे कुछ और पूछा जाय।
अधिकारी -अच्छा ये बताओ ,तुम्हारे छत्तीसगढ़ के कुल कितने कौआ हैं ?
समारू -साहब ,छत्तीसगढ़ म कुल 2000 कौआ हे।
अधिकारी -ऐसे कैसे कॉन्फिडेंस से बोल सकते हो ,कम या जादा होगा तो ?
जोक्स के सब नाम अउ स्थान जोक्स ल मजेदार बनाय बर रखे गे हे ,वास्तविक जीवन ले एखर कोई संबंध नई हे ,अउ हमर मकसद सिरफ अउ सिरफ मनोरंजन करना हे |