छत्तीसगढ़ी राउत नाचा दोहा संग्रह
click here
ये चित्रकूट के घाट में ,भय सन्तन के भीड़ हो ।
तुलसी दास चन्दन घिसय ,अउ तिलक लेत रघुबीर हो।।
click here
अड़गा टूटे बड़गा टूटे, अउ बीच म भूरी गाय हो।
उहां ले निकले नन्द कन्हैया, भागे भूत मसान हो।।
click here
40 से भी अधिक राउत नाच दोहा
ऐसे ही अन्य जानकारी के लिए hamargaon.com का विजित करें