जय जोहार, एक बार फिर से छत्तीसगढ़ का आपका अपना जाना पहचाना वेबसाइट hamargaon.com (हमरगाँव डॉट कॉम ) पर स्वागत है आज हम आप लोगों के लिए छत्तीसगढ़ी शायरी लेकर आए हैं। उम्मीद है यह जानकारी आपको पसंद जरूर आएगा। हिंदी की शायरी बहुत आसानी से मिल जाता है, परंतु छत्तीसगढ़ी शायरी बहुत कम ही वेबसाइटों में आपको मिलेगी।
इससे पहले भी हम आपसे छत्तीसगढ़ी शायरी साझा कर चुके हैं, जिसमें लगभग 73 छत्तीसगढ़ी शायरियों का बेहतरीन कलेक्शन है। कमेंट के माध्यम से आप लोगों का नया दुलार मिलते रहता है, इसलिए एक बार फिर से आप लोगों के लिए शायरी लिखने जा रहे हैं उम्मीद है आपको पसंद जरूर आएगा।
छत्तीसगढ़ में प्राचीन समय में भी बहुत ही प्रसिद्ध कवि हुए हैं जिनकी कृति आज भी लोगों आकर्षित करती है। जब से छत्तीसगढ़ राज्य का गठन हुआ है तब से छत्तीसगढ़ी भाषा को बहुत प्रोत्साहन मिला है, यही कारण है कि छत्तीसगढ़ में भी कई प्रसिद्ध कवि वर्तमान में कविता (शायरी ) कहते हैं, जिसको सुनने के लिए लोग लालायित रहते हैं। पद्मश्री डॉक्टर सुरेंद्र दुबे के बारे में तो अपनी सुना ही होगा यह छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध हास्य कवि हैं।
छत्तीसगढ़ी शायरी
1. धड़कन ह मोर धड़कत रहिगे ,आखी ह मोर बरसत रहिगे |
छोड़ चले तै कोन दुनिया म , अंतस के बात मोर अंतस म रहिगे ||
2.चाहे कतको आंसू बरसय चाहे दुःख के टूटे पहाड़, पथरा कस मोर हिरदे भीतर हे निर्मल छाव |
झाँख के देख कभू मोर अंतस ल ,मोर अंतस के हर दुवारी म लिखे हे तोरेच नाव ||
3. तोर बिना मोला ओ ,कुछु भावय नहीं न |
अन पानी कुछु सुहावय मोला न ,रतिहा म सुरता सताथे मोला न ||
4.तोर बर कतका मया हे ,मोला बाँह म भर के देख |
हिरदे के धक धक म तोर नाम सुनाही त कभू तोर अंतस ल सरेख ||
5.जइसे हौ ,तोर बर हौ ,जीवन भर के साथी हौ |
अब एला मया समझ के मोर पगलापन ,मैं सब म राजी हौ ||
6. मोर रस्ता उहीं तक तैं हवस जीहाँ तक ,मोला दिखथे उहाँ तक तैं हवस जीहाँ तक |
ये संसार हे बहुत बड़े फेर मोर दुनिया उहाँ तक ,तैं हवस जीहाँ तक ||
7. मोर सपना म सजा के रख हूँ ,मोर हीरदे म सदा दिन छुपा के रख हूँ |
मोर किसमत म लगथे तैं लिखे नईहस ,तभो ले जियत भर अपन बना के रख हूँ ||
8.पहाड़ ल कोई झुका नई सकय ,समुन्दर ल कोई सुखा नई सकय |
तोला ल तो कोनों मोर से दुरिहा कर दिही ,फेर तोर याद ल कोनो चुरा नई सकय ||
9. आखी म आखी मिलाना कम नई होवय ,तोर सुघरई बिना सिंगार के कम नई होवय |
तैं जइसे रई ,जीहाँ रई ,मोर मया तोर बर कम नई होवय ||
10. सब फैसला नई होवय सिक्का उछाल के ,ये जिनगी के फैसला ये थोकन देखताक के |
तैं का जानबे तोर बर कतका मया हे ,एक बार तो कहिके देख रख देहूं करेजा निकाल के ||
11.मोर कापी के पन्ना हस तैं ,मोर पेन के सियाही हस तै|
हर मनौती म मांगथौ तोला ,मोर जिनगी के चिन्हारी हस तैं ||
12. भंवर म डूबत रहिस नइया किनारा मिल गे , बगिया म भैरा ल ठिकाना मिल गे |
जिनगी मोर रहिस हे बिरान ,अब जिनगी जिए के सहारा मिल गे ||
13. वक्त बदलथे जिनगी के संग ,जिनगी बदलथे अपनों के संग |
सोचे रहेव तैं नई बदलबे जिनगी भर ,फेर तहूँ बदलगे सपनों के संग ||
14. पहिली रहेव सुरबईहा ,अब जिनगी खुबसुरत होगे |
सोचे रहेव तोला कहाँ पाहूं , अब जिए बर तोर जरूरत होगे ||
15. कतका मया हे बता सकौ नहीं , जिनगी भर तोला भुला सकौ नहीं |
मया करे के अलावा तोला अउ का देवव , चंदा ,तारा तोला दिहे सकौ नहीं ||
16. हर दुःख सुख ले अनजान कर दिस , तोर मया ह अब बेनाम कर दिस |
सोचे नई रहेव महूँ ल मया होही ,तोर एक नजर ह मोला नीलाम कर दिस ||
17. बहुत ख़ुशी होथे जब तोर से बात होथे , हजार रात के बराबर एक रात होथे |
जब देख लेथस एक नजर , सब कथे इही तो मया के सुरुआत होथे ||
18. जिनगी म रोज रोज सहारा मिलय नहीं , हर झन प्यार से प्यारा मिलय नहीं |
जेन मिल गे नसीब म संभाल के रख ,खोये के बाद प्यार दुबारा मिलय नहीं ||
19.मन के बात बताय ल आवय नहीं , जिनगी जिए ल आवय नहीं |
मया अतका हे तोर बर , पूछ झन बहाना आवय नहीं ||
20. आज कल सब डहर सुहाना नजर आथे , तोला देखे बिना चैन कहाँ आथे |
सब कथे मोला मया हो गे हे ,फेर तोर सुरता एको छड़ काहाँ जाथे ||
21. मया हे तोर बर जिनगी ले जादा , डरथौं मरे ले कम दूरहाय ले जादा |
मोर अंतस में तहीं समाय हस, मया बहुत हिरदे भीतर म बताय ले जादा ||
22. कभू आवाज दे के देख दउड़ के आहूँ |
तोर हिरदे हे मोर बसेरा ,तोला छोड़ के कहां जाहूँ ||
23. देख के हसे के कोई मोल नई होवय , रिश्ता नाता के कोई टोल नई होवय |
कतको मिलही जिनगी के मोड़ म , फेर तोर कस अनमोल नई होवय ||
24.तोर तरिया जइसे आखी म दुबे के मन करथे , तोला पाए खातिर बरबाद होय के मन करथे |
एक बार सोच लेव मन म अब नई रुकय तोर पाँव ,तोर मया म मरे के मन करथे ||
25. कुछ देर अगोरे के बाद मिलिस , तोर मया यार मोला मिलिस |
तोला पाए के बाद कोई सपना नई हे , काबर सबले अनमोल तोर मया मोला मिलिस ||
26. कोखरो मया मोर हिरदे म अइसे उतर जाथे |
ओला कहूँ दिल से निकालबे त जीव छुट जाथे ||
27. भगवान से बस तोर ख़ुशी मागथौ , प्रार्थना म बस तोर हसी मांगथौ |
सोचथौ काम मांगव तोर से ,बस जियत संगी साथी मांगथौ ||
28 . बिना मयारू के का जीना , कुछु मजा नई हे जिनगी के कहानी म |
वो मया मया नो हय , जेमा कभू ख़ुशी त कभू आंखी न डूबय पानी म ||
29 . हाथ म हाथ रख के ,आ दुनों झन एक सौदा कर ली |
थोरकन तै आघू आ थोरकन मैं आघू आहूँ ,आ दुनों झन
30 . झन मन म मया के सवाल रखे कर , झन हिरदे म कुछु बवाल रखे कर |
मैं खयाल रखथौ ,तहूँ तो अपन ख़याल रखे कर ||
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल –
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